बिन तेरे नासरी , जिन्दगी कुछ नही
चांद बे – नूर है , चाँदनी कुछ नहीं
तेरे होने से है, आदमी का भरम
तू अगर जो नही, आदमी कुछ नही
तुझ से मिलती है वो खुशी है खुशी
दुनिया देती है जो वो खुशी कुछ नही
बिन तेरे नासरी , जिन्दगी कुछ नही
चांद बे – नूर है , चाँदनी कुछ नहीं
तेरे होने से है, आदमी का भरम
तू अगर जो नही, आदमी कुछ नही
तुझ से मिलती है वो खुशी है खुशी
दुनिया देती है जो वो खुशी कुछ नही