तेरे लिए बदन मेरा, तेरे लिए शिंगार हैं
यीशु मसीह तू जान मेरी, तू ही तो दिल का करार है
बस मुझ में …..2
तेरा रूह बसे मेरी रग रग में, मेरी नस नस में जान और बदन में
शाम सवेरे हो बातें, मीठी ये मुलाकातें
बढ़ती ही जाए मोहब्बत,दिन हो या हों राते
रूह मुझ में ….2
तेरा रूह बसे,मेरी रग रग में, मेरी नस नस में जान और बदन में
तेरे लहू में धुलू मैं, तेरा कलाम जपु में
रूह-ए-कुदुस की मदद से, तेरी छवि में ढलू में
दिख मुझ में….2
तेरा रूह बसे,मेरी रग रग में, मेरी नस नस में जान और बदन में
तू कलाम सीखा तेरा मस्सा जब छाए रूह की हजूरी हो,ऐसी कोई ओर ना आए
रस मुझ में …..2
तेरा रूह बसे,मेरी रग रग में, मेरी नस नस में जान और बदन में